1 मार्च से नहीं कर पाएंगे Paytm, फोनपे, Mobikwik जैसे मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल, जानिए वजह
नई दिल्ली। अगर आप भी Paytm, PhonePe, Mobikwik जैसे मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए बुरी खबर है। जल्द ही आप इन मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। पेमेंट्स इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने मार्च 2019 तक सभी मोबाइल वॉलेट्स के बंद होने की आशंका जताई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आदेश की वजह से पेमेंट एप संचालन करनी वाली कंपनियों पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। अगर आरबीआई ने डेडलाइन की तारीख नहीं बढ़ा तो मार्च तक मोबाइल वॉलेट इस्तेमाल करने वाले 95 प्रतिशत यूजर्स इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
मार्च से नहीं इस्तेमाल कर पाएंगे मोबाइल वॉलेट
ET की खबर के मुताबिक 1 मार्च से आपके फोन में मोबाइल वॉलेट खाता बंद हो जाएगा। भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार बिना केवाईसी वाले लगभग देश भर में कार्यरत 95 फीसदी मोबाइल वॉलेट बंद हो जाएंगे। आरबीआई के आदेश के अनुसार सभी मोबाइल कंपनियों को 28 फरवरी तक अपने ग्राहकों की केवाईसी पूरी करनी है, लेकिन अभी तक ज्यादातर कंपनियों ने अपनी केवाईसी को पूरा नहीं किया है। वो अपने लक्ष्य से बहुत पीछे हैं, ऐसे में 1 मार्च से इन मोबाइल वॉलेट पर बंद होने का खतरा मंडरा रहा है। अगर ऐसा हुआ तो मार्च से आप मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
रिजर्व बैंक की डेडलाइन 28 फरवरी को होगी खत्म
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मोबाइल वॉलेट कंपनियों को 28 फरवरी तक सभी यूजर्स के केवाई अपटेड करवाने का आदेश दिया था, लेकिन कंपनियां ऐसा नहीं कर पाईं हैं। हालांकि आरबीआई ने मोबाइल वॉलेट यूजर्स को राहत दी है कि 28 फरवरी के बाद भी अगर आपके वॉलेट में बैलेंस है तो वो खत्म नहीं होगा। आप उस बैलेंस से सामान खरीद सकेंगे। आप चाहें तो पैसों को वो अपने बैंक अकाउंट में भेज सकेंगे, लेकिन आप 1 मार्च से बिना केवाईसी वाले वॉलेट में पैसा नहीं डाल सकेंगे। आप न ही किसी को पैसा भेज सकेंगे।
केवाईसी अपटेड के बिना नहीं कर पाएंगे इस्तेमाल
आरबीआई ने अक्टूबर 2017 में ही सभी मोबाइल वॉलेट कंपनियों को अपने ग्राहकों की नो योर कस्टमर(KYC) करवाने का आदेश दिया था। तब सभी कंपनियां आधार बेस्ट ई-केवाईसी के जरिए जानकारी जुटा रही थीं। इसके बाद साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट की पाबंदी के बाद अब आधार की ई-केवाईसी पर रोक लग गई हैं। अब कंपनियों का ग्राहकों का फिजिकल वेरिफिकेशन करने में मुश्किल हो रही है। कंपनियां अब तक मात्र 10 फीसदी ग्राहकों का डाटा ही जुटा पाई हैं। अभी उन्होंने अधिकतर यूजर्स का बायोमीट्रिक या फिजिकल वेरिफिकेशन नहीं किया है, जिसके चलते माना जा रहा है कि मार्च से देश में 95 प्रतिशत से ज्यादा मोबाइल वॉलेट बंद हो जाएंगे।
source: oneindia.com