Best 2 Lines Shayari in Hindi, दो लाइन के शेर | अध्याय 7
प्यार को जब प्यार से प्यार हुवा
तो प्यारने प्यारको प्यारसे पुछाः
प्यार केसा होता है ?
तो प्यारने प्यारको प्यारसे कहाः
जो ईश प्यारीसी शायरी को पढ रहा है
प्यार उनके जैसा प्यारा होता है….
तो प्यारने प्यारको प्यारसे पुछाः
प्यार केसा होता है ?
तो प्यारने प्यारको प्यारसे कहाः
जो ईश प्यारीसी शायरी को पढ रहा है
प्यार उनके जैसा प्यारा होता है….
जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं,
क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं,
तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ,
गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं.
क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं,
तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ,
गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं.
तक़दीर का ही खेल है सब,
पर ख़्वाहिशें है की समझती ही नहीं…..
पर ख़्वाहिशें है की समझती ही नहीं…..
Jo Kabhi Teri Nazar Se Guzar Jaya Kerte Hain…
Woh Sitare Aksar Toot Ke Bikhar Jaya Kerte Hain…
Woh Sitare Aksar Toot Ke Bikhar Jaya Kerte Hain…
“नही है हमारा हाल,
कुछ तुम्हारे हाल से अलग,
बस फ़र्क है इतना,
कि तुम याद करते हो,
और हम भूल नही पाते.”
कुछ तुम्हारे हाल से अलग,
बस फ़र्क है इतना,
कि तुम याद करते हो,
और हम भूल नही पाते.”
जो कभी हंस के मिलते थे वो अब इल्ज़ाम देते हैं,
वक़्त की बात है,
लोग बदले गिन-गिन के लेते हैं…
वक़्त की बात है,
लोग बदले गिन-गिन के लेते हैं…
हमें पसन्द नहीं जंग में भी चालाकी,
यारो….
जिसे निशाने पे रखते हैं,
बता के रखते हैं…..
यारो….
जिसे निशाने पे रखते हैं,
बता के रखते हैं…..
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया…
जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती…
जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती…
मोहब्बत को इसकी बदमिज़ाजी ने ही बदनाम कर रखा है,
क़दरदानों से कोसों दूर पड़ी रहती है बे-क़द्रों की ‘जूतियों’ के नीचे…!
क़दरदानों से कोसों दूर पड़ी रहती है बे-क़द्रों की ‘जूतियों’ के नीचे…!
Mat Kar Pyar Mujhse Ay Ajnabi,
Sab Ko Pata Hai Main Zamane Mein Badnaam Hoon……!
Sab Ko Pata Hai Main Zamane Mein Badnaam Hoon……!
मैं तो इसलिए चुप हूँ
कि तमाशा ना बन जाये…….!
और तुम ये समझ बैठे कि..
मुझे तुमसे गिला कुछ नहीं…….!
कि तमाशा ना बन जाये…….!
और तुम ये समझ बैठे कि..
मुझे तुमसे गिला कुछ नहीं…….!
बस एक तुमको न जीत सके हम,
उम्र बीत गयी,
खुद को जुआरी बनाते बनाते..
उम्र बीत गयी,
खुद को जुआरी बनाते बनाते..
अच्छे दोस्तोँ की तलाश तो कमजोर दिल वालोँ को होती है…
बडे दिल वाले तो हर दोस्त को अच्छा बना लेते हैँ….
बडे दिल वाले तो हर दोस्त को अच्छा बना लेते हैँ….
बच्चे उस गरीब के खा सके खाना त्योहारों में,
तभी तो भगवान भी बिक जाते है बाजारों में ।।
तभी तो भगवान भी बिक जाते है बाजारों में ।।
क़ायनात की सबसे महंगी चीज एहसास है
जो दुनिया के हर इंसान के पास नहीं होता
जो दुनिया के हर इंसान के पास नहीं होता
लोग इश्क से न जाने क्यों डरते हैं
हम तो मोहब्बत की ताक में रहते हैं…
हम तो मोहब्बत की ताक में रहते हैं…
“कोई एक शख्स तो यु मिले,
कि वोह मिले तो,
सुकून मिले…..
कि वोह मिले तो,
सुकून मिले…..
उसकी हसरत को मेरे दिल में लिखने वाले !
काश उसे भी मेरे नसीब में लिखा होता !
काश उसे भी मेरे नसीब में लिखा होता !
लोग वाकिफ हे मेरी आदतों से ..
रुतबा कम ही सही पर,
लाजवाब रखते है……
रुतबा कम ही सही पर,
लाजवाब रखते है……
मेरे तो दर्द भी औरो के काम आते है…..
मै रो पङुं तो कई लोग मुस्कराते है !
मै रो पङुं तो कई लोग मुस्कराते है !
बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत की;
कोई किसी को टूट कर चाहता है;
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है।
कोई किसी को टूट कर चाहता है;
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है।
कल तेरा ज़िक्र आ गया घर में,
ओर…घर देर तक महकता रहा.!
ओर…घर देर तक महकता रहा.!
मंज़िलों से गुमराह भी ,
कर देते हैं कुछ लोग ।।
हर किसी से ,
रास्ता पूछना ,
अच्छा नहीं होता ।।।
कर देते हैं कुछ लोग ।।
हर किसी से ,
रास्ता पूछना ,
अच्छा नहीं होता ।।।
ये सोच के नज़रें मिलाता ही नहीं…
कि आँखें कहीं ज़ज्बात का इज़हार न कर दें |
कि आँखें कहीं ज़ज्बात का इज़हार न कर दें |
यूं न पढ़िए कहीं कहीं से हमें,
हम इंसान हैं,
किताब नही.
हम इंसान हैं,
किताब नही.
बहुत ही नाजो से चूमा उसने लबो को मेरे मरते वक्त।
कहने लगीमंजिल आखिरी है रास्ते मेँ कहीँ प्यास न लग जाए॥
कहने लगीमंजिल आखिरी है रास्ते मेँ कहीँ प्यास न लग जाए॥
तू देख या न देख,
तेरे न देखने का ग़म नहीं ।
पर तेरी ये न देखने की अदा,
देखने से कम नहीं…
तेरे न देखने का ग़म नहीं ।
पर तेरी ये न देखने की अदा,
देखने से कम नहीं…
वक़्त भी लेता है करवटें कैसी कैसी,
इतनी तो उम्र भी ना थी जितने सबक सीख लिए हमने..
इतनी तो उम्र भी ना थी जितने सबक सीख लिए हमने..
इक तेरे बगैर ही ना
गुज़रेगी ये ज़िन्दगी मेरी…
बता मैं क्या करूँ
सारे ज़माने की ख़ुशी लेकर….
गुज़रेगी ये ज़िन्दगी मेरी…
बता मैं क्या करूँ
सारे ज़माने की ख़ुशी लेकर….
सरकार ढूंढ-ढूढ कर सिर्फ
“काले धन” वालो को ही पकड़ रही है..
“काले मन” वाले निश्चिन्त रहें….
“काले धन” वालो को ही पकड़ रही है..
“काले मन” वाले निश्चिन्त रहें….
ए नींद अब ले चल मुझे ख्वाबों की वादियों में,
कि कब से बैठा हुं मैं तैयार दीदार-ए-यार के लिये.
कि कब से बैठा हुं मैं तैयार दीदार-ए-यार के लिये.
अपने गमो की तू नुमाइश न कर,
यूँ क़ुदरत से लड़ने की कोशिश न कर,
जो हे कुदरत ने लिखा वो होकर रहेगा,
तू उसे बदलने की आजमाइश न कर ।।
यूँ क़ुदरत से लड़ने की कोशिश न कर,
जो हे कुदरत ने लिखा वो होकर रहेगा,
तू उसे बदलने की आजमाइश न कर ।।
Qabool E Jurm Karte Hain Tumhare Qadmon Mein Gir Ke….
Saza E Moat Hai Manzoor..
Magar Terii Judaii Nahiii.
Saza E Moat Hai Manzoor..
Magar Terii Judaii Nahiii.
बड़ा मीठा नशा था उसकी याद का,
वक्त गुजरता गया और हम आदी होते गए..
वक्त गुजरता गया और हम आदी होते गए..
Tumse Milta Hoon To Iss Soch Main Pad Jata Hoon,
Waqt Ke Paon Zanjeer Main Dalu Kaise…
Waqt Ke Paon Zanjeer Main Dalu Kaise…
जब भी वो मुस्कुरा क्र बात करती है….
मुझे अपने दिल की फिकर लग जाती है……..
मुझे अपने दिल की फिकर लग जाती है……..
हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है ।।
फट जाती है लोगो की जब हम कदम रखते है।।
फट जाती है लोगो की जब हम कदम रखते है।।
नमक तुम हाथ में लेकर,
सितमगर सोचते क्या हो,
हजारों जख्म है दिल पर,
जहाँ चाहो छिड़क डालो.
सितमगर सोचते क्या हो,
हजारों जख्म है दिल पर,
जहाँ चाहो छिड़क डालो.
अब तेरा नाम हथेलियों पर नहीं लिखते हम,
कारोबार में सबसे हाथ मिलाना पड़ता है..
कारोबार में सबसे हाथ मिलाना पड़ता है..
Main Tabah Hoon Tere Pyar Mein,
Tujhe Dusro Ka Khayal Hai…
Dost
Kuch Mere Masle Par Gaur Kar Meri Zindagi Ka Sawal Hai…
Tujhe Dusro Ka Khayal Hai…
Dost
Kuch Mere Masle Par Gaur Kar Meri Zindagi Ka Sawal Hai…
Aur Kya Dekhne Ko Baki Hai
Aap Say Dil Laga K Dekh Liya..
Aap Say Dil Laga K Dekh Liya..
जब जब में लेता हूँ साँस तू याद आती है,
मेरी हर एक साँस मे तेरी खुश्बू बस जाती है,
कैसे कहूँ तेरे बिना में ज़िंदा हूँ,
क्यूंकी हर साँस से पहले तेरी खुश्बु आती है…
मेरी हर एक साँस मे तेरी खुश्बू बस जाती है,
कैसे कहूँ तेरे बिना में ज़िंदा हूँ,
क्यूंकी हर साँस से पहले तेरी खुश्बु आती है…
कुछ ठोकरों के बाद समझदार हो गए,
अब दिल के मशवरों पर अमल नहीं करते..
अब दिल के मशवरों पर अमल नहीं करते..
टूटा हुआ फूल खुश्बू देता है;
बीता हुआ पल यादें देता है;
हर शख्स का अपना अंदाज़ होता है;
कोई प्यार में ज़िंदगी,
तो कोई ज़िंदगी में प्यार दे जाता है !
बीता हुआ पल यादें देता है;
हर शख्स का अपना अंदाज़ होता है;
कोई प्यार में ज़िंदगी,
तो कोई ज़िंदगी में प्यार दे जाता है !
ये मोहब्बत का बंधन भी कितना अजीब होता है
मिल जाये तो बातें लम्बी,
और बिछड़ जाये तो यादें लम्बी….!
मिल जाये तो बातें लम्बी,
और बिछड़ जाये तो यादें लम्बी….!
Bahut Der Kardi Tumne Is
Dhadkan Ko Mehsus Karne Mai,
Wo Dil Ab Nilaam Ho Gaya Jisko
Hasrat Kabhi Tumhari Hua Karti Thi .
Dhadkan Ko Mehsus Karne Mai,
Wo Dil Ab Nilaam Ho Gaya Jisko
Hasrat Kabhi Tumhari Hua Karti Thi .
सफ़ाई देने में,
और स्पष्ट करने में अपना समय बर्बाद न करें.
लोग वही सुनते है,
जो वे सुनना चाहते हैं….
और स्पष्ट करने में अपना समय बर्बाद न करें.
लोग वही सुनते है,
जो वे सुनना चाहते हैं….
Namak Tum Haath Me Lekar,
Sitamgr Sochte Kyu Ho ?
Hazaaro Jakhm H Dil Pr,
..
Jahaan Chaaho Whaa Chidko…
Sitamgr Sochte Kyu Ho ?
Hazaaro Jakhm H Dil Pr,
..
Jahaan Chaaho Whaa Chidko…
तड़पती देखता हूँ जब कोई चीज,
उठा लेता हूँ
अपना दिल समझकर….
उठा लेता हूँ
अपना दिल समझकर….
Na Ji Bhar K Daikha Na Kuch Baat Ki,
Badi Arzu Thi Mulaqat Ki.
Badi Arzu Thi Mulaqat Ki.
मत किया करिये दिन के उजालों की ख्वाहिशें ऐ हजूर,
ये आशिक़ों की बस्तियाँ हैं यहाँ सूरज से नहीं,
दीदार से दिन निकलता हैं।
ये आशिक़ों की बस्तियाँ हैं यहाँ सूरज से नहीं,
दीदार से दिन निकलता हैं।
दीखाने के लीए तो हम भी बना सकते है ताजमहल,
मगर मूमताज को मरने दे हम वो शाहजहा नही…!
मगर मूमताज को मरने दे हम वो शाहजहा नही…!
“नीलाम कुछ इस कदर हुए,
बाज़ार-ए-वफ़ा में हम आज,
बोली लगाने वाले भी वो ही थे,
जो कभी झोली फैला कर माँगा करते थे!
बाज़ार-ए-वफ़ा में हम आज,
बोली लगाने वाले भी वो ही थे,
जो कभी झोली फैला कर माँगा करते थे!
Ye Jo Har Mod Pe Milne Aa Jaati Hai Mujh Se,
Bad Naseebi Bhi Kahi Meri Diwaani To Nahi..
Bad Naseebi Bhi Kahi Meri Diwaani To Nahi..
सूकून का एक लम्हा भी मयस्सर नहीं मुझको…
मोहब्बत को सुलाता हूँ तो तेरी यादें जाग जाती है..
मोहब्बत को सुलाता हूँ तो तेरी यादें जाग जाती है..
बेवफाई तो सभी करते है…
तुमतो समजदार थे,
कुछ और करते…!
तुमतो समजदार थे,
कुछ और करते…!
हज़ार चेहरों में उसकी झलक मिली मुझको;
पर दिल की ज़िद्द थी,
अगर वो नहीं तो उस के जैसा भी नहीं…
पर दिल की ज़िद्द थी,
अगर वो नहीं तो उस के जैसा भी नहीं…
बहुत जुदा है औरोँे से े मेरे दर्द की कहानीँ,
जख्म का कोई निशाँ नहीँ और दर्द की कोई इँतहा नहीँ।
जख्म का कोई निशाँ नहीँ और दर्द की कोई इँतहा नहीँ।
हर शख्स को नफरत झूठ से है,
मैँ परेशा हूँ सोच कर कि फिर ये झूठ
बोलता कौन है…….
मैँ परेशा हूँ सोच कर कि फिर ये झूठ
बोलता कौन है…….
Teri Jeet Se Zyaada To
Meri Har Ka Charcha Hai.
Meri Har Ka Charcha Hai.
Mera Qaatil Pareshan Hai
Meri Maa Ki Duaon Se
Wo Jab Bhi Waar Karta Hai
Khanjar Toot Jaata Hai…
Meri Maa Ki Duaon Se
Wo Jab Bhi Waar Karta Hai
Khanjar Toot Jaata Hai…
Khusbu Teri Muje Mehka Jati Hai,
Teri Har Baat Muje Behka Jati Hai,
Sans Ko Bahut Der Lagti Hai Aane Mein,
Har Sans Se Pehle Teri Yaad Aa Jati Hai.
Teri Har Baat Muje Behka Jati Hai,
Sans Ko Bahut Der Lagti Hai Aane Mein,
Har Sans Se Pehle Teri Yaad Aa Jati Hai.
“क़िफ़ायती दरो पर एहसास बिक रहे हैँ….
चलो थोड़े तुम खरीद लो,
थोड़े मैं ख़रीद लू…”
चलो थोड़े तुम खरीद लो,
थोड़े मैं ख़रीद लू…”
इश्क का धंधा बड़ा ही गन्दा..
मुनाफे में “जेब” जले..
और घाटे में “दिल”
मुनाफे में “जेब” जले..
और घाटे में “दिल”
अपने मेहमान को पलकों पे बिठा लेती है
गरीबी जानती है घर में बिछौने कम हैं…
गरीबी जानती है घर में बिछौने कम हैं…
Pyar Mohobat Ishq Ye Sab Badnam Hai,
Sacchi Mohobat Karna Ek Ilzam Hai,
Meri Mano Kbi Pyar Mat Karna,
Kyonki,
Pyar Mai Ladko Ko Dokha Dena Ladkiyon Ka Kaam Hai,
Sacchi Mohobat Karna Ek Ilzam Hai,
Meri Mano Kbi Pyar Mat Karna,
Kyonki,
Pyar Mai Ladko Ko Dokha Dena Ladkiyon Ka Kaam Hai,
Ho Jaun Itna Madhosh Tere Pyar Mai
Ke Hosh Bhi Aane Ki Ijaazat Maange..
Ke Hosh Bhi Aane Ki Ijaazat Maange..
ये कैसा इंतकाम है यारों.,
की जिस शक्स पर ये दिल पलों में फिदा हुआ था….,
आज “मोहल्लत” माँग रहा है उससे “जुदा” होने को …
की जिस शक्स पर ये दिल पलों में फिदा हुआ था….,
आज “मोहल्लत” माँग रहा है उससे “जुदा” होने को …
सिमट गया मेरा प्यार भी चंद अल्फाजों में,
जब उसने कहा मोहब्बत तो है पर तुमसे नहीं…
जब उसने कहा मोहब्बत तो है पर तुमसे नहीं…
Sodhi Sakso Ghar Tame Maru Tarat,
Saat Sapna Nu Suku Toran Hase.
Saat Sapna Nu Suku Toran Hase.
Ek Hi Dar Ho Tou Sajdo”N Mein Sukoon Milta Hai…
Bhatak Jatay Hyn Wo Log Jin K Kai Khuda Hotay Hyn…!
Bhatak Jatay Hyn Wo Log Jin K Kai Khuda Hotay Hyn…!
जी रहे है कपडे बदल बदल कर,
एक दिन एक कपडे में ले जायेंगे कंधे बदल बदल कर,
एक दिन एक कपडे में ले जायेंगे कंधे बदल बदल कर,
“लफ़्ज़ों में क्या लिखूं
उस “रब” की तारीफ मैं,
“जो मांगू तो ‘नवाज़’ देता है,
न मांगूं तो ‘बे-हिसाब’ देता है..
उस “रब” की तारीफ मैं,
“जो मांगू तो ‘नवाज़’ देता है,
न मांगूं तो ‘बे-हिसाब’ देता है..
शीशे में डूब कर पीते रहे उस ‘जाम’ को…
कोशिशें तो बहुत की मगर,
भुला न पाए एक ‘नाम’ को !
कोशिशें तो बहुत की मगर,
भुला न पाए एक ‘नाम’ को !
तेरे एक-एक लफ्ज़ को हज़ार मतलब पहनाये हमने…
चैन से सोने ना दिया तेरी अधूरी बातों ने…
चैन से सोने ना दिया तेरी अधूरी बातों ने…
हाथ पर हाथ रखा उसने तो मालूम हुआ ,
अनकही बात को किस तरह सुना जाता है !
अनकही बात को किस तरह सुना जाता है !
बाज़ार के रंगों से रंगने की मुझे जरुरत नहीं…
किसी की याद आते ही ये चेहरा गुलाबी हो जाता है….
किसी की याद आते ही ये चेहरा गुलाबी हो जाता है….
मुझे एसी शराब बता ये दोस्त
नशा-ए-इश्क उतार पाऊ मै..
नशा-ए-इश्क उतार पाऊ मै..
मुस्कराहट भी मुस्कराती है ……
जब वो आपके होंठो से होकर आती है…..
जब वो आपके होंठो से होकर आती है…..
सँभाले तो हूँ ख़ुद को तुझ बिन मगर
जो छू ले कोई तो बिखर जाऊँ मैं…
जो छू ले कोई तो बिखर जाऊँ मैं…
“Yeh Sharaab Yeh Jaam Hum Hosh Gawaa Baithe,
Yeh Husan Yeh Adaa Ab Hosh Me Aayein Kaise.”
Yeh Husan Yeh Adaa Ab Hosh Me Aayein Kaise.”
सालो गुजर गए रोकर नहीं देखा
आँखों में नींद थी सोकर नहीं देखा
वो क्या जाने दर्द मोहोबत का
जिसने कभी किसी को खोकर नहीं देखा.
आँखों में नींद थी सोकर नहीं देखा
वो क्या जाने दर्द मोहोबत का
जिसने कभी किसी को खोकर नहीं देखा.
प्यास अगर मेरी बुझा दे तो मैं मानू…..
वरना….
तू समन्दर है,
तो होगा,
मेरे किस काम का ??
वरना….
तू समन्दर है,
तो होगा,
मेरे किस काम का ??
अब अपने ज़ख़्म दिखाऊँ किसे और किसे नहीं …!
बेगाने समझते नहीं और अपनोको दिखते नहीं…..
बेगाने समझते नहीं और अपनोको दिखते नहीं…..
मैंने बचपन में एक बार माँ से कहा,
मां कचरेवाला आया है,
मां ने जवाब दिया,
बेटा कचरे वाले तो हम हैं,
वो तो सफ़ाई वाला है,
मां कचरेवाला आया है,
मां ने जवाब दिया,
बेटा कचरे वाले तो हम हैं,
वो तो सफ़ाई वाला है,
रकीबों के सर गलत इल्जाम ए बेवफाई है
गैरों ने तो सिर्फ हवा दी है..
आग तो अपनों ने
ही लगायी है….!
गैरों ने तो सिर्फ हवा दी है..
आग तो अपनों ने
ही लगायी है….!
बस एक चेहरे ने तनहा कर दिया हमे वरना!
हम खुद में एक महफ़िल हुआ करते थे.
हम खुद में एक महफ़िल हुआ करते थे.
खुद पुकारेगी मंज़िल तो ठहर जाउंगा……
वरना मुसाफिर खुद्दार हूँ,
गुज़र जाउंगा…..
वरना मुसाफिर खुद्दार हूँ,
गुज़र जाउंगा…..
पूछो ना उस कागज़ से जिस पे;
हम दिल के मुकाम लिखते है;
तन्हाइयों में बीती बातें तमाम लिखते है;
वो कलम भी दीवानी हो गई;
जिस से हम आप का नाम लिखते है।
हम दिल के मुकाम लिखते है;
तन्हाइयों में बीती बातें तमाम लिखते है;
वो कलम भी दीवानी हो गई;
जिस से हम आप का नाम लिखते है।
Aur Kitne Imtehan Lega Waqt Tu…..
Zindagi Meri Hai To Fir Marzi Teri Kyu ???
Zindagi Meri Hai To Fir Marzi Teri Kyu ???
कुछ पल के लिए ही अपनी बाहों मे सुला लो
‘जान’ अगर आँख खुली तो उठा देना अगर ना खुली तो दफ़ना देना……!
‘जान’ अगर आँख खुली तो उठा देना अगर ना खुली तो दफ़ना देना……!
मुफ्त मे अहसान न लेना यारों ,
दिल अभी ओर भी सस्ते होंगे बाज़ार में …….!
दिल अभी ओर भी सस्ते होंगे बाज़ार में …….!
Itni Hasrat Se Na Dekh ‘Aasman’ Ko Aye Dost….
Wo Sitara Tut Chuka Jiski Tuje Talaash Hai.
Wo Sitara Tut Chuka Jiski Tuje Talaash Hai.
जिस दिन आपने अपनी सोच बड़ी कर
ली ,
बड़े बड़े लोग आपके बारे मे सोचना शुरू कर देंगे..
ली ,
बड़े बड़े लोग आपके बारे मे सोचना शुरू कर देंगे..
Ye Mera Ishq Tha Ke Deewangi Ki Inteha
Tere Qareeb Se Guzar Gaye Tere Hi Khayalon Mein..
Tere Qareeb Se Guzar Gaye Tere Hi Khayalon Mein..
Ankhe Ro Padhi Unka Na Paigam Aaya,
Chale Gaye Humein Akela Chhod Ke Ye Kesa Mukam Aaya,
Meri Tanhai Hansi Mujhpe
Aur Boli Bata
Aakhir Mere Siva Tere Kon Kaam Aaya…???
Chale Gaye Humein Akela Chhod Ke Ye Kesa Mukam Aaya,
Meri Tanhai Hansi Mujhpe
Aur Boli Bata
Aakhir Mere Siva Tere Kon Kaam Aaya…???
मेरी तन्हाई मार डालेगी दे दे कर तानें मुझको
एक बार आ जाओ इसे तुम खामोश कर दो….
एक बार आ जाओ इसे तुम खामोश कर दो….
ना पीने का शौक था,
ना पिलाने का शौक था,
हमे तो सिर्फ नझर मिलाने का शौक था,
पर क्या करे यारो,
हम नझर ही उनसे मिला बैठे,
जिन्हे; सिर्फ; नझरो से पिलाने का शौक था!
ना पिलाने का शौक था,
हमे तो सिर्फ नझर मिलाने का शौक था,
पर क्या करे यारो,
हम नझर ही उनसे मिला बैठे,
जिन्हे; सिर्फ; नझरो से पिलाने का शौक था!
हजारो मयखाने शहर में तेरे …. आबाद हो गए,
इश्क़ में ना जाने कितने आशिक़ बर्बाद हो गए ।।
इश्क़ में ना जाने कितने आशिक़ बर्बाद हो गए ।।
किसी के पाँव से काँटा निकाल कर देखो..!
तुम्हारे दिल की ‘चुभन’ जरूर कम होगी..!
तुम्हारे दिल की ‘चुभन’ जरूर कम होगी..!
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