Best 2 Lines Shayari in Hindi, दो लाइन के शेर | अध्याय 8

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Na Garz Kisi Se,
Na Wasta,
Mujhe Kaam Hay Apne Kaam Se……
Tere Zikr Se ,
Teri Fikar Se ,
Teri Yaad Se ,
Tere Naam Se…..



Wada Humne Kiya Tha Nibhane K Liye…!!
Ek Dil Diya Tha Ek Dil Paane K Liye…!!

Usne Hume Mohhabbat Sikha Di Or Kaha…!!
Humne Tumse Mohhabbat Ki Thi Kisi Or Ko Jalane K Liye…!!



राजा का बेटा भलेह ही नन्गा पैदा हुवा हो।।
पर होता तो वो राजकुमार ही है।।।।



दिल को आता है जब भी ख़याल उनका,

तस्वीर से पूछते हैं फिर हाल उनका.
वो कभी हमसे पुछा करते थे जुदाई क्या है,

आज समझ आया है सवाल उनका…



लाजिमी है उसका खुद पे गुरूर करना,

हम जिसे चाहे वो मामूली हो भी नही सकती…..



दूर जाके भी सकूं न मिला ….
पास रहते थे तो कहते थे तुम परेशान करते हो।



सौ खामियाँ मुझमे सही मगर,

इक खूबी भी है,

अपनों को आज तक पराया नहीं किया….



यूँ तो मसले और मुद्दे बहुत हैं …….लिखने को मगर ,

कमबख्त़ इन कागज़ों को तेरा ही ,
ज़िक्र अज़ीज़ है …



तरस जाओगे हमारे मुँहसे सुननेको एक लव्ज़
प्यारकी बात क्या,
हम शिकायत भी ना करेंगे…



ऐसी तकदीर न पाई थी कि तुमको पा सकता…
ऐसी याद्दाश्त न मिली थी कि तुमको भुला सकता..



अभी इतनी जल्दी क्या है मुझे छोड़ने की,

मेरी साँसें अभी बाकी हैं,
और कोशिश करलो तोड़ने की…!



मैं न अन्दर से समंदर हूँ न बाहर आसमान,
बस मुझे उतना समझ जितना नज़र आता हूँ मै ……



यूँ तो कई बार भीगे बारिश में,
मगर ख्यालों का आँगन सूखा ही रहा,

जब आँखों की दीवारें गीली हुई
उसकी यादो से,

तब ही जाना हम ने बारीश क्या होती है..



एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह..



“सोचा था घर बनाकर बेठुंगा सुकून से,
पर घर की जरूरतों ने मुसाफिर बना डाला..



मेरी झोली में कुछ अल्फाज़ अपनी दुआ के दाल देना ए दोस्त…
क्या पता तेरे लब हीले और मेरी तकदीर सवर जाए ।



‘सहारा लेना ही पड़ता है मुझको दरिया का
मैं एक कतरा हूँ तनहा तो बह नहीं सकता ”



नया हू अभी धिरे धिरे सिख जाऊंगा..

पर किसीके सामने झुक कर अपनी पेहचान
नहि बनाऊंगा…..



मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने वाला
अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता… !



Pyar Har Waqt Saath Rehta Hai … 
Kyun Ki Pyar Waqt Se Nahin,
Usse Kiya Jaata Hai Jiske Saath Waqt Guzaarte Hain…



नामुमकिन ही सही मगर…
मोहब्बत ‘तुझ’ ही से है…!



Mujhe Pankh Na Do E Mere Maula….
Mere Khuda Zameen Par Hi Rehte Hai!



Meri Chahaten Tumse Alag Kab Hain,
Dil Ki Batain Tumse Chupi Kab Hain,

Tum Saath Raho Dil Main Dhadkan Ki Jaga,
Phir Zindagi Ko Sanson Ki Zarurat Kab Hai…..



प्यार में कोई तो दिल तोड़ देता है;
दोस्ती मेँ कोई तो भरोसा तोड़ देता है;


जिंदगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे;
जो खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देता है…..



Itni Sidat Se Bhi Pyar Na Karna Kabhi Kisise
Bahut Gehrayi Mai Jane Wale Aksar Doob Jate Hai…



Apne Haatho Ki Hatheli Par..
Uska Naam To Likh Liya..

Par Ye Bhi Na Socha Ki
Taqdeer To Khuda Likhta Hai..



याद वोह नहीं जो अकेले आये।।
याद तो वोह हे जो महेफिल में आये…
और अकेला कर जाये।।।।



कहेनेको तो……..
आंसू अपने होते है,

पर …..
देता कोई और है……



अपनी तन्हाई में खलल यूँ डालूँ सारी रात …
खुद ही दर पे दस्तक दूँ और खुद ही पूछूँ “कौन” ?



कैसे रहेगी ज़िंदा ये तहजीब सोचिए….
स्कूलों से ज्यादा शहर में मयखाने हो गए…



क्लास में आख़िरी बेन्च पर जो कुरेद कर तुम्हारा नाम लिखा था,
ज़िन्दगी की सब से लम्बी कहानी वही तो थी ….



मेरे बारे में,
अपनी सोच को थोड़ा बदलकर देख,

“मुझसे” भी बुरे हैं लोग,
तू घर से निकलकर तो देख ।।



Dard Se Itna Gehra Rishta Hogya Hai,
Na Main Uske Siwa Jee Sakta Hun,
Aur Nahi Woh Mujhe Jeene Detaa Hai.



भूल जाना ‘मुझे’ इतना आसान नहीं है…
बातों बातो में ही बातों से निकल आऊंगा॥



जब भी तूट कर बीखरता हुं मे
दुगुना हो कर नीखरता हु मे…



मेरे यार मुख्तसर सी बात है ,
मुझे तुम से बेइंतिहा प्यार है ….



मुझ से दुरीयां बना कर तो देखो,
फिर पता चलेगा िकतना नज़दीक़ हुँ मै..



Kat Rahi Hei Zindagi Rote Hue
Aur Wo Bhi Aap Ke Hote Hue..



कोई मुझ से पूछ बैठा ‘बदलना’ किस को कहते हैं? 
सोच में पड़ गया हूँ मिसाल किस की दूँ ? 
“मौसम” की या “अपनों” की..


बात वफाओँ की होती तो कभी ना हारते हम..
खेल नसीबोँ का था भला उसे कैसे हराते.!



मोहब्बत के बिना ज़िन्दगी फिजूल हैं,
पर मोहब्बत के भी अपने उसूल हैं,

कहते हैं मिलती हैं मोहब्बत में बहुत उल्फ़ते,
पर आप हो महबूब तो सब कबूल हैं.



हर रिश्ते का नाम जरूरी नहीं होता मेरे दोस्त..

कुछ ”बेनाम” रिश्ते..
रुकी जिंदगी को सांस देते है..



Namumkin Hain Es Dil Ko Samaj Pana,
Kyuki Dil Ka Ek Alag Hi Dimag Hota Hai…



Zindagi Tou Apne Kandho Pe Jee Jati Hai Mere Dost,
Dusro Ke Kandho Per Tou Sirf Jannaze Uthte Hai..



Acha Lagta Hai Tera Naam Mere Naam Ke Sath..

Jaise Koi Subah Judi Ho,
Kisi Haseen Shaam Ke Sath..



आज जब मौत हमे लेने आई तो ये कह कर वापिस चली गयी..
ऐ दोस्त मैं ज़िंदगी उन की लेती हूँ जो ज़िंदा होते हैं..



वो रोई तो जरूर होगी खाली कागज़ देखकर,
ज़िन्दगी कैसी बीत रही है पूछा था उसने ख़त में”!



जिस कश्ती के मुक़द्दर में हो डूब जाना ___!
तूफानों से बच भी निकले…तो किनारे रूठ जाते हैं..



Souchta Hun Unhe To Doob Sa Jata Hun….
Ankhain Hi Nahi Un Ki Yaadein Bhi Samander Hain…



जब मुझे यकीन है के खुदा मेरे साथ है।
तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन कौन मेरे खिलाफ है।।”



यूँ तो हम अपने आप में गुम थे,
सच तो ये है की वहाँ भी तुम थे..



हम कुछ इस तरह बिगड़े हुए खिलाडी है की..

अगर सामने वाले के पास तीन Aaa
भी हो तो भी Show उस्सी से करवाते है.



नफरत भी हम हेशियत देखकर करते हे,
प्यार तो बहुत दूर की बात हे..



कल न हम होंगे न कोई गिला होगा !
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा !



कीस कदर मासूम सा लहजा था उसका..
धीरे से जान कहकर बेजान कर दीया..



तेरी यादों के लम्हे उन पुराने गानो की तरह .
जिनको कितना भी दौहराओ हर बार नये ही लगते है..



आदत हमारी “खराब” नही दोस्तो….
बस
जींदगी “नवाबी” जीते है…..



Diwangi Har Raz Khol Deti Hai,
Khamosi Bhi Har Baat Bol Deti Hai,

Shikayat Hai Muze Sirf Is Dunia Se,
Jo Dil Ke Jazbat Bhi Paiso Se Tol Detihai.



“Haseel Karke To Har Koipyar Kar Sakta Hai,
Magar Khokar Bhi Kisi Ko Chahna Hi Asli Pyar Hota Hai.



मेरे बटुए में तुम पाओगे अक्सर नोट खुशियों के,
मैं सब चिल्लर उदासी के अलग ‘गुल्लक’ में रखता हूं.‼



मोहब्बत भी उस मोड़ पे पहुँच चुकी है कि
अब उसको प्यार से भी मैसेज करो,
तो वो पूछती है,
”कितनी पी है?”



हाँ है,
तो मुस्कुरा दे…
ना है,
तो नज़र फेर ले…
यूँ शरमा के आँखें झुकाने से उलझनें बढ़ रही हैं…!



बेचैनी जब भी बढ़ती है धुंए में उड़ा देता हूँ ,
और लोग कहते हैं मैं सिगरेट बहुत पीता हूँ… !



Khuwab Aankhon Se Churana Meri Aadat Nhi..
Kisi Apne Ko Bhulana Meri Aadat Nahi..

Palkain Bhigo Leta Hon Apno Ki Yaad Me..
Mgr Kisi Ko Rulana Meri Aadat Nahi…!



मौत सिर्फ नाम से बदनाम है,
वरना तकलीफ़ तो जिंदगी ही ज्यादा देती है.

और बीवी बी सिर्फ नाम से बदनाम है वरना 
तकलीफ़ में सिर्फ वही साथ देती है….



प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे ,
दौलत दिखाई तो सारे जहां की कम पड़ेगी…



मौत से तो दुनिया मरती है ,
आशिक तो प्यार से ही मर जाता है …



Naa Nikalna Idd Ke Din Kisse Masjid Ke Paas Se,
Kahin Loge Chand Samajh Ke Apna Roja Naa Tod De,

Aur Ho Ker Khafa Khuda,
Kahin Insaan Bannana Naa Chod De.



“ज़िंदगी से यू चले है इल्ज़ाम लेकर,
बहुत जी चुके उसका नाम लेकर,

अकेले बाते करेंगे वो इन सितारो से,
जब हम चले जाएँगे उन्हे सारा आसमान देकर”



Akele Hai To Kya Hua,
Ye Zindgi Bhi Guzar Jayegi….
Hum Apni Tanhai Mitane Ke Liye Kisi Ko Majbur Nahi Karte….!



ज़िन्दगी हो या शतरंज…
मज़ा तभी है दोस्त…..
जब रानी साथ हो….



रेत की जरूरत रेगिस्तान को होती है,
सितारों की जरूरत आसमान को होती है,

आप हमें भूल न जाना,
क्योंकी
दोस्त की जरूरत हर इंसान को होती है…….



अंत में लीखी है दोनों की बर्बादी,
आशीक़ हो या हो कोई आतंकवादी…



आज सोचा ज़िन्दा हूँ ,
तो घूम लूँ …
मरने के बाद तो भटकना ही है ।।



कितनी शराबें चढ़ाईं है
तब जा कर तुम उतरी हो..



तुम्हें अपना कहने की तमन्ना थी दिल में,
लबों तक आते आते तुम ग़ैर हो गए..



“हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,
उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,

हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।”



चलो उसका नही तो खुदा का अहसान लेते है,
वो मिन्नत से ना माना तो मन्नत से मांग लेते है….



जो घरों को छोड़ के है चले
उन्हें क्या सतायेगे फासले ।।।

~ जावेद अख्तर



मोहब्बत मुक़द्दर है कोई ख्वाब नहीं,
ये वो अदा है जिसमे सब कामयाब नहीं..

जिन्हें पनाह मिली उन्हें उंगलियों पे गिन लो,
और जो बरबाद हुए उनका हिसाब नहीं..



आँधियों ने लाख बढ़ाया हौसला धूल का,
दो बूँद बारिश ने औकात बता दी !



लहरों से खेलना तो समंदर का शौख है।
लगती है चोट कैसे,
ये किनारो से पूछिए।



Kitne Sitam Karoge Is Toote Huve Dil Par,

Thak Kar Batana Jaroor,
Mera Jurm Kya Tha..



में बहता पानी हु मेरा रास्ता
बदल सकते हो मेरी मंजिल नहीं



कभी पिघलेंगे पत्थर भी मोहब्बत की तपिश पाकर
बस यही सोच कर हम पत्थर से दिल लगा बैठे..



दर्द इतना था ज़िंदगी में कि धड़कन साथ देने से घबरा गयी!
आंखें बंद थी किसी कि याद में ओर मौत धोखा खा गयी!



हर एक चेहरे को ज़ख़्मों का आईना न कहो !
ये ज़िन्दगी तो है रहमत इसे सज़ा न कहो….!



ए दिल ,
चल एक सौदा करते हैं ,

मैं उसके लिए तड़पना छोड़ देता हूँ ,
तू मेरे लिए धड़कना छोड़ दे …!



Kehnay Ko To Bohat Si Baatain Hain Is Dil Main….,

Mukhtasir Lafzon Main Meri
Aakhri Khawahish Ho Tum….



जीत कर दिखा दूँगा तुझे दुनिया से…
हर बार मैं ही हारू,
ज़रूरी है क्या…



इश्क की बहुत सारी उधारियां है तुम पर..
चुकाने की बात करो तो कुछ किश्तें तय कर लें…??



चुपके से नाम तेरे गुजार देंगे जिंदगी
लोगों को फिर बताएंगे,
प्यार ऐसे भी होता है॥



मैं लौट आया था जिस दीवार पे दस्तक दे कर।
सुना है अब वहां दरवाज़ा निकल आया है।



Khamoshiyon Me Ek Ada Itna Pyara Laga,
Aapka Pyar Hume Sabse Nyra Laga,

Yeh Na Tute Kabhi Yehi Dua Thi Meri,
Kyuki Yehi Ek Cheez Duniya Me Hume Hamara Laga…



यूँ ही मौसम की अदा देखकर याद आया है,
किस क़दर जल्द बदल जाते हैं इंसान,
जाना|



पर्दा तो होश वालों से किया जाता है ,
बेनकाब चले आओ हम तो नशे में है..



”इंतहा तो देखो बेवफाई कि ……..
एग्जाम मे निबंध आया बेवफाई पर…………
बस एक नाम ‘तेरा’ लिखा और हम टाँप कर गये …….”



माना की तेरी हर चाल तेज हैं पर,
पगली
आजकल हमारा Craze हैं !



Aaj Unki Dosti Main Kuch Kami Dekhi,
Chand Ki Chandni Main Kuch Nami Dekhi,

Udaas Ho K Lout Aaye Hum Apny Ghar,
Unki Mehfil Jab Auron Se Jami Dekhi.



“मेरे इश्क में दर्द नहीं था पर दिल मेरा बे दर्द नहीं था,
होती थी मेरी आँखों से नीर की बरसात,
पर उनके लिए आंसू और पानी में फर्क नहीं था ”



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