मैंने कुछ पानी बचा रखा था अपनी आँखों में | Maine Pani Bacha Rakha Tha | Famous Rahat Indori Shayari | Best Shayari of Rahat Indori
राहत कुरैशी, जिसे बाद में राहत इंदौरी के नाम से जाना जाता है, का जन्म 1 जनवरी 1950 को इंदौर में रफतुल्लाह कुरैशी, कपड़ा मिल मजदूर और उनकी पत्नी मकबूल उन निसा बेगम के यहाँ हुआ था। राहत इंदौरी उनका चौथा बच्चा था। राहत को 1985 में मध्य प्रदेश के भोज विश्वविद्यालय से उर्दू साहित्य में पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। थीसिस का शीर्षक उर्दू मेन मुशायरा है।
मैंने कुछ पानी बचा रखा था अपनी आँखों में
मैंने कुछ पानी बचा रखा था अपनी आँखों में,
एक समंदर अपने सूखे होंठ लेकर आ गया...
Maine Kuchh Paanee Bacha Rakha Tha Apni Aankhon Mein,
Ek Samandar Apane Sookhe Honth Lekar Aa Gaya...
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