करॉना वायरस से बचना है तो ये सावधानियां अपनाएं
कोरोना वायरस इंफेक्शन की वजह से चीन समेत दुनिया के कई देशों में स्थिति गंभीर होती जा रही है। अकेले चीन में अब तक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 1 लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। भारत में भी अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 5 केस कंफर्म हो चुके हैं, हालांकि अब तक किसी की मौत का मामला सामने नहीं आया है। चीन के वुहान प्रांत से लाए गए लोगों को भी आइसोलेशन में रखा गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने कोरोना को पहले ही अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपदा घोषित कर दिया है।
WHO ने जारी की पब्लिक अडवाइजरी
हर तरफ लोग कोरोना वायरस इंफेक्शन की वजह से डरे हुए हैं, दहशत में हैं, उसे देखते हुए अब WHO ने पब्लिक अडवाइजरी जारी की है। इस अडवाइजरी यानी परामर्श में लोगों को यह बताने की कोशिश की गई है कि किस तरह कुछ बेसिक प्रिकॉशन्स लेकर इस वायरस से बचा जा सकता है।
बार-बार अच्छी तरह से हैंडवॉश करते रहें
अपने हाथों को साबुन और पानी या फिर ऐल्कॉहॉल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर से अच्छी तरह से और दिनभर में कई बार हाथों अच्छे से साफ करें।
क्यों: हाथों को अच्छी तरह से साफ करना और हैंड हाइजीन का ख्याल रखना इसलिए जरूरी है क्योंकि अगर आपके हाथों में किसी भी तरह का वायरस होगा तो वह साबुन-पानी या सैनिटाइजर से हाथ साफ करने से मर जाएगा।
चीन से फैले करॉना वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है, जानिए इसके सारे लक्षण और बचाव के सारे उपाय!करॉना वायरस चीन से फैला बैक्टीरिया है, जो नॉर्मल ज़ुकाम करने के लेकर इंसान की जान तक ले सकता है। भारत के केरल में इसका एक पॉज़िटिव केस भी सामने आ गया है, वहीं कई संदिग्ध मरीज़ हॉस्पिटल में भर्ती हैं। इस विडियो में हम आपको बताएंगे इस वायरस के क्या लक्षण हैं और इसे फैलने से कैसे रोका जा सकता है।
छींकते या खांसते वक्त मुंह को ढंक कर रखें
अगर खांसी या छींक आ रही हो तो अपने मुंह और नाक को अच्छी तरह से टीशू से ढंक कर रखें और फिर उस टीशू को तुरंत डस्टबिन में फेंक दें और फिर अपने हाथों को अच्छी तरह से हैंडवॉश कर लें।
क्यों: खांसते या छींकते वक्त मुंह और नाक को ढक कर रखना इसलिए जरूरी है ताकि जर्म्स और वायरस को फैलने से रोका जा सके। अगर आप अपने हाथ पर खांसी करेंगे या छीकेंगे तो आप उन चीजों या लोगों को भी संक्रमित कर देंगे जिनके संपर्क में आप आएंगे।
लोगों से दूरी बनाकर रखें
पब्लिक प्लेस पर दूसरे लोगों से कम से कम 1 मीटर यानी करीब 3 फीट की दूरी पर रहें खासकर उन लोगों से जिन्हें बुखार हो या फिर खांसी और छींक आ रही हो।
क्यों: दूरी बनाना इसलिए जरूरी है क्योंकि अगर कोई व्यक्ति सांस से संबंधी किसी बीमारी या करॉना वायरस से पीड़ित होगा और वह खांसेगा या छींकेगा तो हवा में वो वायरस फैल जाएगा और अगर आप उस व्यक्ति के बेहद करीब खड़े होंगे तो सांस के जरिए वो वायरस आपके अंदर भी आ जाएगा।
फीवर, खांसी या सांस लेने में दिक्कत हो रही तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
अगर आपने चीन या आसपास के इलाकों में ट्रैवल किया है जहां करॉना वायरस का प्रकोप सबसे ज्यादा फैला हुआ है या फिर अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आ चुके हैं जिसने चीन की यात्रा की है और उसे सांस से जुड़ी बीमारी है तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
क्यों: अगर आपको फीवर, खांसी जुकाम और सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। फीवर के साथ ही सांस से जुड़ी बीमारियां कई दूसरे वजहों से भी हो सकती हैं लेकिन अगर चीन में यात्रा के बाद ये दिक्कतें हो रही हैं तो ये करॉना हो सकता है।
कच्चा या अधपका मांस या ऐनिमल प्रॉडक्ट्स न खाएं
जानवरों का कच्चा मांस, दूध या जानवरों के ऑर्गन्स को हैंडल करते वक्त पूरी सावधानी और सतर्कता बरतें। साथ ही साथ किसी भी तरह के कच्चे मांस, अधपका मांस या ऐनिमल प्रॉडक्ट्स का सेवन भूल से भी ना करें।
जानवरों और पेट्स को छूने के बाद हाइजीन का ध्यान रखें
अगर आपके घर में कोई पालतू जानवर है तो उन्हें छूने के बाद या जानवरों से जुड़ी चीजें छूने के बाद अपने हाथ को साबुन और पानी से अच्छी तरह से साफ करें। जानवरों को छूने के बाद हैंडवॉश किए बिना अपने आंख, नाक या मिुंह को गलती से भी ना छूएं। किसी भी तरह के बीमार जानवर के संपर्क में न आएं।
दुनियाभर के डॉक्टर अभी करॉना वायरस की दवाई नहीं खोज पाए हैं, लेकिन HIV की दवाई से क्या फायदा हो रहा है?
दुनिया के तमाम देश चीन से फैले करॉना वायरस को लेकर अलर्ट पर है। खतरनाक बात यह है कि हेल्थ एजेंसीज़ अब तक श्योर नहीं हैं कि यह वायरस फैल कैसे रहा है। चूंकि अभी तक इस वायरस का कोई स्थायी इलाज नहीं खोजा गया है, इसलिए करॉना वायरस से निपटने के लिए HIV के इलाज में यूज़ होने वाली दवाइयों की भी मदद ली जा रही है। जानें पूरा मामला।
दिल्ली में हाल ही एक केस की पुष्टि हुई है। इस वायरस से ग्रसित दिल्ली निवासी व्यक्ति में शुरुआती तौर पर इस बीमारी के लक्षण नजर नहीं आए थे लेकिन जबसे इस केस की पुष्टि हुई है, तबसे उन लोगों को भी घर में रहने की सलाह दी जा रही है, जिन्होंने हाल ही इस व्यक्ति के साथ एक पार्टी अटैंड की थी। इस पार्टी में नोयडा के एक स्कूल के कई बच्चे भी शामिल थे। इस बात का ध्यान रखते हुए यह स्कूल कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।