बहुत वाजिब सवाल है।😀देखिये मै एक कट्टर हिन्दू हूँ,
(कट्टरता से मेरा अभिप्राय हिंदुत्व के अनुपालन मे है,किसी के खिलाफ होने से नही)
और इसके नाते अपना नजरिया बताना चाहती हूँ,
हिन्दू या सनातनी व्यक्ति आज दो भागो मे बंट चूका है
1- जिसे सब communal या कट्टरपंथी हिन्दू कहते है,
2- धर्मनिरपेक्ष secular हिन्दू
सेक्युलर हिन्दू CAB का विरोध कर रहे है उनका मानना है की मुस्लिम समुदाय को निकाल कर सरकार भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती है,
या दूसरी बात ये की हिंदुत्व सहिष्णुता की पराकास्ठा है हमे सबको अपनाना चाहिए,ऐसा इनका मानना है,
Communal इसलिए विरोध नही कर रहे क्यूंकि कहि ना कही ये वास्तविक परिदृश्य से परिचित है,मान लीजिये हम सबको अपनाने लग जाए और सिर्फ उनको जिनके 57कम्युनल देश है,तो जो हिन्दू व्यक्ति है उनको कौन शरण देगा,आप इस बात से इनकार नही कर सकते की इस देश की आजादी मे सबका योगदान है लेकिन हम भारतीय मुस्लिमों को देश से बाहर निकलने की बात नही कर रहे है,
मुझे आशा है की जितने भी हिन्दू विरोध कर रहे है,मुस्लिम समुदाय को cab मे जगह गर मिल जाए तो वे ज़रूर अपने घर मे कम से कम एक परिवार को पनाह देँगे
ऐसा वास्तव मे सम्भव नही है😂
सेकुलरिज्म छदम् pseudo हो चुकी है जो व्यवहार मे सम्भव नही उसी का नाम सेकुलरिज्म है